Romantic Whatsapp Shayari
Naam to Likh Du Uska…
Apni Har Shayari Ke Sath..
Magar Fir #Khayal Aata hai,
Masoom Si Hai #Jaan Meri
Kahi #Badnaam Na Ho Jaye!
बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं|
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं|
Dard ka ehsas janna hai to pyar kar ke dekho,
Apni aankho me kisi ko utar kar dekho,
Chot unko lagegi aansu tumhe aa jayenge,
Ye ehsas janna ho to Dil haar kar dekho.
Tumse Mulakat ho, Phir se koi baat ho..
Waqt ki kuch na chale, Na Din dhale, na raat ho..
Zikr gum ka chod kar, Teri-meri baat ho..
Zindagi ko maud dein, Ek nayi shuruaat ho..
Dil ki jab dhadkan thamey, Dil pe tera haath ho.
मोहब्बत की गवाही अपने
होने की ख़बर ले जा…
जिधर वो शख़्स रहता है
मुझे ऐ दिल! उधर ले जा…
जिधर वो शख़्स रहता है
मुझे ऐ दिल! उधर ले जा…
जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया|
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया|
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
Jo Pyar Hamesha Sath Rahe Wo Sacha Hai Ji,
Jo Musibaton Mein Kaam Aaye Wo Acha Hai Ji,
Kabhi Kabhi Humse Bhi Ho Jati Hai Nadaniya,
Kyonki Dil To Baccha Hai Ji.
छोड़ तो सकता हूँ,मगर..
छोड़ नहीं पाता उसे,
वो शख्स मेरी बिगड़ी हुई..
आदत की तरह है..
हाल अपने दिल का,
मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ..
जो सोचती रहती हूँ हरपल,
होंठो तक ला नहीं पाती हूँ..
बेशक बहुत मोहब्बत है,
तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में..
पर पता नहीं क्यों तुमको,
फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..
Jo Musibaton Mein Kaam Aaye Wo Acha Hai Ji,
Kabhi Kabhi Humse Bhi Ho Jati Hai Nadaniya,
Kyonki Dil To Baccha Hai Ji.
छोड़ तो सकता हूँ,मगर..
छोड़ नहीं पाता उसे,
वो शख्स मेरी बिगड़ी हुई..
आदत की तरह है..
हाल अपने दिल का,
मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ..
जो सोचती रहती हूँ हरपल,
होंठो तक ला नहीं पाती हूँ..
बेशक बहुत मोहब्बत है,
तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में..
पर पता नहीं क्यों तुमको,
फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..
Khudko ruswayi se phir kaise bachaya hoga..
Sunke fasana auro se merii barbadi ka..
Kya unko apna sitam na yaad aya hoga.
Barbaad ho gaye the hum duniya ne yun humko sataya tha,
Har ek mod pe hum girte the kisi ne bhi na humko uthaya tha,
Tab tune hi sanam ek umeed ka diya jalaya tha,
Apne har ek gam ko chupakar mujhe jeena sikhaya tha.
Usne kaha Pyar ek dard hai..
Humne kaha dard qabul hai..
Usne kaha dard ke saath ji na paoge..
Humne kaha teri Pyar ke saath marna qabul hai.
उतर के देख मेरी चाहत की गहराई मै,
सोचना मेरे बारे मै रात की तन्हाई मै,
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हे,
तो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई मै…
कितना वाकिफ थी
वो मेरी कमजोरी से,
वो रो देती थी,
और मैं हार जाता था..
तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!
Ruke toh Chaand,
Chale toh Hawaon jaise hai,
Wo Shaks,
Dhoop mein dekho toh
Chhaaon jaise hai!
क्यूँ करते हो मुझसे
इतनी ख़ामोश मुहब्बत..
लोग समझते है
इस बदनसीब का कोई नहीँ..
ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ,
मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ,
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है,
मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ,
बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नहीं लगता,
मैं नेकी कर तो देता हूँ, जताना भूल जाता हूँ|
एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर,
पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है,
जो आए तुम्हे अपने साथ लेकर..!!
Bahot Ajib Hoti Hai Ye Yaade Bhi Mohabbat Ki,
Jin Palo Me Hum Roye The,
Unhein Yaad Karke Hume Hansi Aati Hai,
Or Jin Palo Me Hanse The,
Unhe Yaad Karke Rona Aata Hai..!!
Main Dua Mein Tujhe Manga Hai,
Magar Wafa Se Manga Hai..!!
Kabhi Sajde Mein Jakar Pucho Apne Rab Se,
K Maine Kis Kis Ada Se Tumhe Manga Hai..!!
मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम
अरे ओ पागल…
मोहब्बत खुद तलाश करती है…
जिसे बर्बाद करना हो|
रात गुम सुम है मगर खामोश नही,
कैसे कह दूँ आज फिर होश नही,
ऐसे डूबा हूँ तेरी आँखों की गहराई में,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही।
फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,
ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी।
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!
Ruke toh Chaand,
Chale toh Hawaon jaise hai,
Wo Shaks,
Dhoop mein dekho toh
Chhaaon jaise hai!
क्यूँ करते हो मुझसे
इतनी ख़ामोश मुहब्बत..
लोग समझते है
इस बदनसीब का कोई नहीँ..
ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ,
मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ,
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है,
मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ,
बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नहीं लगता,
मैं नेकी कर तो देता हूँ, जताना भूल जाता हूँ|
एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर,
पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है,
जो आए तुम्हे अपने साथ लेकर..!!
Bahot Ajib Hoti Hai Ye Yaade Bhi Mohabbat Ki,
Jin Palo Me Hum Roye The,
Unhein Yaad Karke Hume Hansi Aati Hai,
Or Jin Palo Me Hanse The,
Unhe Yaad Karke Rona Aata Hai..!!
Main Dua Mein Tujhe Manga Hai,
Magar Wafa Se Manga Hai..!!
Kabhi Sajde Mein Jakar Pucho Apne Rab Se,
K Maine Kis Kis Ada Se Tumhe Manga Hai..!!
मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम
अरे ओ पागल…
मोहब्बत खुद तलाश करती है…
जिसे बर्बाद करना हो|
रात गुम सुम है मगर खामोश नही,
कैसे कह दूँ आज फिर होश नही,
ऐसे डूबा हूँ तेरी आँखों की गहराई में,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही।
फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,
ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी।
तुमने चाहा है मुझे ये करम क्या कम है,
तुम प्यार करते हो मुझसे ये भरम क्या कम है,
एक दिन ये भरम टूटेगा मेरा,
उफ़ किस्मत का ये सितम क्या कम है|
Kasoor na unka tha na mera,
Hum dono hi rishton ki rashme nibhate rahe,
Wo dosti ka ahsaas jatate rahe,
Aur hum mohabbat ko dil me chhupate rahe..!!
मुझ में खुश्बू बसी उस की है
जैसे की ये जिंदगी उस की है
वो कहीं आस पास है मौजूद
हु-ब-हू हंसी उस की है
खुद मैं दुखा रहा हूं दिल अपना
इसमें लेकिन खुशी उस की है
यानी कोई कमी नहीं है मुझ में
यानी मुझ में कमी उस की है
क्या मेरे ख्वाब भी मेरे नहीं
क्या मेरी नींद भी उस की है|
रोज़ आता है मेरे
दिल को तस्सली देने
ख़याल ऐ यार को
मेरा खयाल कितना है
तुम प्यार करते हो मुझसे ये भरम क्या कम है,
एक दिन ये भरम टूटेगा मेरा,
उफ़ किस्मत का ये सितम क्या कम है|
Kasoor na unka tha na mera,
Hum dono hi rishton ki rashme nibhate rahe,
Wo dosti ka ahsaas jatate rahe,
Aur hum mohabbat ko dil me chhupate rahe..!!
मुझ में खुश्बू बसी उस की है
जैसे की ये जिंदगी उस की है
वो कहीं आस पास है मौजूद
हु-ब-हू हंसी उस की है
खुद मैं दुखा रहा हूं दिल अपना
इसमें लेकिन खुशी उस की है
यानी कोई कमी नहीं है मुझ में
यानी मुझ में कमी उस की है
क्या मेरे ख्वाब भी मेरे नहीं
क्या मेरी नींद भी उस की है|
रोज़ आता है मेरे
दिल को तस्सली देने
ख़याल ऐ यार को
मेरा खयाल कितना है